
जब भी लुटियंस पत्रकारों की टोली किसी बात को जोर देकर साबित करने में लग जाये तो समझ लेना चाहिए की मामला उस से एकदम उल्टा है बरखा दत्त, राजदीप सरदेसाई, NDTV और इन जैसे तत्व बिना पैसे के कोई काम नहीं करते, ये लोग पत्रकारिता के नाम पर प्रोपगंडा का व्यापार लम्बे समय से करते आ रहे है और जब भी ऐसे तत्व किसी बात जोर देकर साबित करने में लग जाये तो समझ जाना चाहिए की मामला एकदम उल्टा है अब प्रोपगैंडिस्ट बरखा दत्त को कॉन्ट्रैक्ट मिल चूका है और प्रोपगैंडिस्ट बरखा दत्त ने काम भी शुरू कर दिया है, बरखा दत्त ने एक कथित डाक्टर का इंटरव्यू किया, इस कथित डाक्टर के पास डाक्टरी की कोई डिग्री नहीं है
इस कथित डाक्टर ने बताया की सुशांत पागल था, वो दिमागी इलाज करवा रहा था, रिया चक्रबर्ती निर्दोष है, इस कथित डाक्टर का नाम है सुसान वॉकर
बरखा दत्त ने जिसे मनोचिकित्सक बताया उसके पास मनोचिकित्सा की डिग्री तक नहीं है, ये एक फर्जी मनोचिकित्सक है, हां विदेशी है, गोरी है, रोमन नाम है इसलिए कौन भारतीय सोचेगा की ये फर्जी डाक्टर होगीप्रोपगैंडिस्ट बरखा दत्त ने ये साबित करने की कोशिश करी की सुशांत तो मानसिक बीमार था और ये मामला सिर्फ और सिर्फ सुसाइड का है और इसके लिए भी बरखा दत्त ने फर्जी मनोचिकित्सक को बुला लिया
अब ये बिलकुल साफ़ हो चूका है की सुशांत केस सुसाइड का नहीं बल्कि मर्डर का है और बरखा दत्त जैसे प्रोपगैंडिस्ट अपने मालिकों के कहने पर इसे सुसाइड साबित करने के लिए मैदान में उतर चुके है